एक युवा सोच का परिणाम है नार्मदीय ब्राह्मण समागम
इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 11 और 12 जनवरी को विराट नार्मदीय ब्राह्मण समागम होने जा रहा है। दो दिनी इस आयोजन में देश-विदेश में रहने वाले करीब 10 हजार से ज्यादा नार्मदीय शामिल होंगे। नि:संदेह यह अपने आप में एक इतिहास बनने जा रहा है।
इस पूरे आयोजन की पृष्ठभूमि में इंदौर के युवा महापौर पुष्यमित्र भार्गव हैं। पूरा आयोजन उनकी ही परिकल्पना और मेहनत का परिणाम है। आयोजन को नार्मदीय समाज की संस्कृति और प्रगति का विराट संगम बताया जा रहा है। यह ध्येय वाक्य भी उसी युवा सोच का प्रतीक है। पुष्यमित्र भार्गव ने करीब एक साल पहले इस विचार की नींव रखी थी। इसके बाद उन्होंने बकायदा रणनीति बनाकर देश-विदेश में अपने इस विचार को जन-जन तक पहुंचाया। अपने विचार को धरातल पर उतारने के लिए उन्होंने देश के छोटे से छोटे कस्बे और महानगरों तक बकायदा व्यक्तिगत् संपर्क किया और एक धरातल तैयार किया। इसी धरातल पर शनिवार को पुष्यमित्र भार्गव का विचार आकार लेगा। आयोजन के लिए हजारों नार्मदीय बंधु पहुंच चुके हैं तो बहुत से पहुंचने वाले हैं। आयोजन सफल और सार्थक हो समाजिक संगठन ब्रह्मपथ के प्रमुख शलभ गार्गव की ओर से शुभकामनायें।