भारतीय टीम से नहीं हटाना चाहिए इस खिलाड़ी को, कुंबले ने बताई अहम वजह
भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले ने नीतीश रेड्डी को टीम इंडिया में बनाए रखने की वकालत की है। कुंबले ने ऑलराउंडर रेड्डी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें टेस्ट टीम में नियमित रूप से शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने खुद को अनुशासन और प्रतिभा का बेहतरीन मिश्रण साबित किया है। इंग्लैंड के मौजूदा दौरे में अपना दूसरा मैच खेल रहे रेड्डी गुरुवार को लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट के पहले दिन दो विकेट लेकर सबसे सफल भारतीय गेंदबाज रहे।
कुंबले ने जियोस्टार से कहा, 'मैं यह देखकर हैरान था कि नीतीश कुमार रेड्डी ने कितनी अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने लगातार सही जगह गेंद डाली। वह भाग्यशाली थे जो उन्हें लेग साइड में डाली गई शॉर्ट पिच गेंद पर विकेट मिला, लेकिन इसके अलावा उन्होंने पूरे दिन अनुशासित गेंदबाजी की। नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था और शतक लगाया था। इसके अलावा उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की थी भले ही उन्हें ज्यादा विकेट नहीं मिले थे। टीम के मुख्य तेज गेंदबाजों को राहत देने और साझेदारी तोड़ने के लिए उनके जैसे गेंदबाज की जरूरत होती है।'
इस दिग्गज लेग स्पिनर ने कहा, 'उन्होंने एक स्पेल में लगभग 14 ओवर फेंके जिससे उनकी फिटनेस और गेंदबाजी पर नियंत्रण का पता चलता है। वह युवा हैं। अच्छे बल्लेबाज हैं और शतक लगा चुके हैं। वह अच्छे फील्डर भी हैं। भारत को उन्हें टीम में बनाए रखना चाहिए और बदलाव करने के प्रलोभन से बचना चाहिए।'
इससे पहले नीतीश ने लॉर्ड्स में अच्छी गेंदबाजी का श्रेय पैट कमिंस और भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल को दिया था। सीरीज से पहले नीतीश ने सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस से इंग्लैंड की परिस्थितियों को लेकर सलाह मांगी थी। कमिंस ने इसके बाद रेड्डी को बताया था कि कैसे इंग्लैंड में मौसम बड़ी भूमिका निभाता है। नीतीश ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, 'मैंने कमिंस से पूछा कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्या अंतर है क्योंकि यह मेरा पहला दौरा है। इस पर उन्होंने कहा कि कुछ ज्यादा बदलाव नहीं हैं, लेकिन आप मौसम पर नजर बनाए रखना और सिर्फ अपना नैसर्गिक खेल खेलना। आपको पता चल जाएगा। मुझे पता था कि मैं भारत-ए के साथ इंग्लैंड में दो मैच खेलने जा रहा हूं, इसलिए उन्होंने कहा कि जितना हो सके उतना सीखने की कोशिश करो।'
नीतीश ने कहा कि उन्होंने भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल से भी विस्तृत बातचीत की। उन्होंने कहा, 'मोर्ने से भी मेरी बात हुई है। उन्होंने कहा कि वह मेरी गेंदबाजी में अच्छी प्रगति देख रहे हैं और मैं वास्तव में उसके साथ काम करने का आनंद ले रहा हूं।' नीतीश ने यह भी कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद खुद से वादा किया था कि वह अपनी गेंदबाजी में सुधार करेंगे।