भारत और इंग्लैंड के बीच जारी लॉर्ड्स टेस्ट में नीतीश रेड्डी ने एक ओवर में दो विकेट लेकर चौंका दिया। हर कोई जसप्रीत बुमराह, आकाश दीप और मोहम्मद सिराज से विकेटों का खाता खोलने की उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन भारत को शुरुआती दो सफलता नीतीश ने दिलाई। उन्होंने एक ही ओवर में जैक क्राउली और बेन डकेट को पवेलियन भेजा। नीतीश को बैटिंग ऑलराउंडर माना जाता है और ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर उन्होंने शतक भी लगाया था, लेकिन इंग्लैंड में एजबेस्टन टेस्ट में उनकी गेंदबाजी उतनी अच्छी नहीं रही थी। अब लॉर्ड्स में उन्होंने खुद को खिलाए जाने को सही साबित किया है। हालांकि, नीतीश का मानना है कि वह गेंदबाजी की तैयारी पिछले काफी समय से कर रहे थे और लाइन लेंथ बनाए रखने पर ध्यान दे रहे थे। इंग्लैंड में किस प्रकार की गेंदबाजी करनी है, इसको लेकर उन्होंने आईपीएल के दौरान पैट कमिंस से सलाह भी मांगी थी। इसका खुलासा खुद नीतीश ने किया है।

नीतीश ने टेस्ट क्रिकेटर के रूप में इंग्लैंड के अपने पहले दौरे की बेहतर तैयारी के लिए आईपीएल 2025 का इस्तेमाल किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नीतीश गेंद के साथ उतने अच्छे नहीं दिखे थे। वह ये जानते थे कि ऑलराउंडर के तौर पर अगर उन्हें टीम में अपना स्थान बरकरार रखना है तो इंग्लैंड दौरे पर चीजों को बदलना होगा। सीरीज से पहले नीतीश ने सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस से इंग्लैंड की परिस्थितियों को लेकर सलाह मांगी थी। कमिंस ने इसके बाद रेड्डी को बताया था कि कैसे इंग्लैंड में मौसम बड़ी भूमिका निभाता है।

नीतीश ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, 'मैंने कमिंस से पूछा कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्या अंतर है क्योंकि यह मेरा पहला दौरा है। इस पर उन्होंने कहा कि कुछ ज्यादा बदलाव नहीं हैं, लेकिन आप मौसम पर नजर बनाए रखना और सिर्फ अपना नैसर्गिक खेल खेलना। आपको पता चल जाएगा। मुझे पता था कि मैं भारत-ए के साथ इंग्लैंड में दो मैच खेलने जा रहा हूं, इसलिए उन्होंने कहा कि जितना हो सके उतना सीखने की कोशिश करो और आप खुद ही समझ जाओगे।

नीतीश ने कहा कि उन्होंने भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल से भी विस्तृत बातचीत की। उन्होंने कहा, 'मोर्ने से भी मेरी बात हुई है। उन्होंने कहा कि वह मेरी गेंदबाजी में अच्छी प्रगति देख रहे हैं और मैं वास्तव में उसके साथ काम करने का आनंद ले रहा हूं।' नीतीश ने यह भी कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद खुद से वादा किया था कि वह अपनी गेंदबाजी में सुधार करेंगे।

नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया (2024-25) में पांच मैचों की सीरीज में 44 ओवर गेंदबाजी की थी, लेकिन इंग्लैंड दौरे से पहले उन्होंने आईपीएल में शायद ही गेंदबाजी की। इंग्लैंड दौरे पर भी पहले टेस्ट में नीतीश पर शार्दुल ठाकुर को तरजीह दी गई थी, लेकिन वहां टीम इंडिया को हार मिली। इसके बाद नीतीश को खिलाने का फैसला लिया गया और तीसरे टेस्ट के पहले दिन उन्होंने अपने पहले ही ओवर में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों को आउट कर खुद को साबित किया।